बुधवार, 10 अक्टूबर 2012
GOVT. S GOVT. SCHOOLS ME LAGEGI SMART CLASSES
GOVT. S GOVT. SCHOOLS ME
LAGEGI SMART
CLASSES
सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर
को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग
ने नई पहल की है। शिक्षा विभाग की नई
योजना के तहत जल्द
ही सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूलों में
तबदील किया जा रहा है। अब तक
स्मार्ट स्कूलों की सुविधा केवल प्राइवेट
स्कूलों में ही थी। लेकिन अब
सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे
भी स्मार्ट स्कूल का लाभ ले सकेंगे।
फिलहाल जिले में दो मॉडल स्कूल हैं
जिनमें करीब १८०० बच्चे शिक्षा ग्रहण
का रहे हैं। । इन
स्कूलों का इन्फ्रास्ट्रक्चर जिले के
बाकी स्कूलों से बेहतर है और जल्द
ही इन्हें स्मार्ट स्कूल में बदला
जाएगा। इसके साथ अन्य स्कूलों के
इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर
किया जा रहा है और जल्द ही इन
स्कूलों को भी स्मार्ट स्कूलों में
बदला जाएगा।
इंटरेक्टिव सिस्टम से होगी पढ़ाई :
स्मार्ट स्कूल बनने के बाद बच्चे
इंटरेक्टिव सिस्टम से पढ़ाई कर पाएंगे।
इस सिस्टम से बच्चों को प्रैक्टिकल
नॉलेज के साथ साथ स्क्रीन पर विजुअल
भी दिखाए जाते हैं जिससे पढ़ाई आसान
और रोचक हो जाती है। इंटरेक्टिव
सिस्टम के जरिए छात्र अपने स्वाल
सिस्टम से भी पूछ सकता और जल्द
ही अपने जवाब पा सकता है।
बच्चों को ऑडियो और वीडियो क्लीपिंग
के सहारे पढ़ाई करने का मौका मिलेगा।
शिक्षा विभाग की इस पहल की शुरुआत
पंचकूला से होगी। पंचकूला में ४२९
गवर्नमेंट स्कूल हैं, जिनमें से दो मॉडल
स्कूल हैं। अभी तक सरकारी स्कूलों में
पढ़ाई ब्लैक बोर्ड तक ही सीमित है,
लेकिन अब हजारों बच्चे आधुनिक
टेक्नीक से पढ़ाई कर पाएंगे। स्मार्ट
स्कूल बनने से बच्चों की पढ़ाई
की बोरियत कम हो जाएगी।
हालांकि अभी यह सिर्फ ट्रायल के रूप में
देखा जा रहा है। अधिकारियों ने
कहा सफल हुए तो आगे जारी रखेंगे।
॥स्मार्ट स्कूल से
छात्रों को काफी फायदा होगा। लेकिन
इसके लिए स्कूल का इन्फ्रास्ट्रक्चर
बेहतर होना चाहिए। स्कूलों में
कमरों को संख्या बढ़ाई जाए
ताकि ज्यादा बच्चों को दाखिला मिल
सके। यह अच्छी पहल साबित होगी । -
इंदू दहिया, प्रिंसिपल सार्थक मॉडल
स्कूल, पंचकूला
॥स्कूलों में इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर
बनाने के लिए काम चल रहा है। नए कमरे
बनाए जा रहे हैं। कमरों की इंटीरियर
को बेहतर बनाया जाएगा।
बच्चों को डयूल डेस्क
आदि मुहैया करवाए जा रहे हैं। काम
पूरा होते ही स्कूलों को स्मार्ट स्कूलों में
तबदील कर दिया जाएगा। हमारा प्रयास
बच्चों को हर प्रकार
की सुविधाा मुहैया कराना है। -पंकज
यादव, स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर
nirmal singh
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