रविवार, 30 सितंबर 2012
मिड-डे-मील योजना तोड़ सकती दम
मिड-डे-मील योजना तोड़ सकती दमनरेश पंवार, कैथलगैस एजेंसियों द्वारा अचानक स्कूलों में मिड-डे-मील तैयार करने के लिए दिए जाने वाले गैस सिलेंडरों के कीमतों में वृद्धि होने से मिड-डे- मील योजना पर भी अब सीधा असर पड़ेगा।आज तक साधारण कीमतों पर उपलब्ध होने वाले सिलेंडर अब स्कूलों को1001 रुपये में दिया जाएगा जो पहले की तुलना में तीन गुणा महंगा प्राप्त होगा।स्कूलों के लिए गैस सिलेंडर लेनेगए अध्यापकों का समूहों को उस समय जोर का झटका लगा जब वे गैस एजेंसी में सिलेंडर लेने गए क्योंकि इस बढ़ोतरी से संबंधित नतो कोई आदेश विभाग से अभी तक स्कूलों में पहुचा है और न ही अतिरिक्त राशि उपलब्ध करवाई गई।कैसे बनेगा मिड-डे-मीलस्कूलों में खाना तैयार करने के लिए सरकार द्वारा केवल बीस पैसे प्रति बच्चा शुरू से उपलब्ध करवाया जा रहा है, जिससे बहुत मुश्किल से स्कूलों में समय पर खाना दिया जा रहा है।सरकार द्वारा मिड-डे-मील रेसिपी में परिवर्तन करके रोटी व दाल, चावल व सब्जी आदि लागू करने के बाद ईधन की सप्लाई लगभग दोगुनी हो गई लेकिन उसके लिए दी जाने वाली राशि में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई। इसके कारण इस व्यवस्था को अनमने ढग से निभाया जा रहा था।अध्यापकों व स्वयं सहायता समूहों को यह चिंता सताए जा रही है कि आखिर किस प्रकार बीस पैसे प्रति छात्र दी जाने वाली राशि से गैस के सिलेंडर भरवाए जा सकेंगे।गैस एजेंसियों के कर्मचारियों ने बताया कि इस बारे में उन्हे इ-मेल द्वारा सूचना मिली है कि अबसभी सरकारी व सामाजिक संस्थाओं से प्रति सिलेंडर 1001 रुपये चार्ज किया जाएगा। इसके बारे मेंअधिक जानकारी तो कम्पनी के बड़े अधिकारी ही दे सकते है।सरकार गंभीर नहीं : प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा के जिला प्रधान रोशन लाल पंवार ने कहा कि सरकार मिड-डे- मील योजना को चलाने में गम्भीर नहीं है। इस दाम पर एजेंसिया मिड-डे- मील सिलेंडर स्कूलों को दे रही है, वहबिना सब्सिडी के मिलने वाले सिलेंडरों से भी ज्यादा है। सरकार चाहती है कि योजना बंद होने का ठीकरा अध्यापकों के सिर पर फोड़ा जा सके, लेकिन प्राथमिक शिक्षक संघ इसे किसी कीमत पर सहन नहीं करेगा।
Posted via Blogaway
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